देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
यस्तु कुञ्जिकया देवि हीनां सप्तशतीं पठेत् ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
श्रृणु देवि ! प्रवक्ष्यामि, कुंजिका स्तोत्रमुत्तमम्।
छठ की व्यापकता में पोखर तालाब से टूटता नाता
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे।
'सुक्खू सरकार से लिखित website आश्वासन मिलने तक धरना जारी', वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन की दो टूक
हुं हुं हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जंभनादिनी ।
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